जो जबरन घुसने जा रहा, उसे रोकने की कोशिश तो हो.
हवा ग़र चल रही,नाइन्साफ़ी की हर तरफ इस दौर में,
बन के कोई ढाल,इस तलवार को रोकने की कोशिश तो हो.
ये इन्सां दर दर भटक रहा, सेहत के दरख़्तों की ख़ातिर.
पेड़-पत्तों में जा रही भटकन को, रोकने की कोशिश तो हो.
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